Shri Krishna Mantra
- संस्कृत का उदय
- 3 फ़र॰
- 1 मिनट पठन
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ॥
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ॥

श्लोक का अर्थ क्या है?
वासुदेवनन्दन परमात्मा स्वरूपी भगवान श्रीकृष्णको वंदन है, उन गोविंदको पुनः नमन है, वे हमारे कष्टोंका नाश करें प्रणाम करने वालों के क्लेश का नाश करने वाले श्रीकृष्ण, वासुदेव, हरि, परमात्मा एवं गोविन्द के प्रति हमारा बार-बार नमस्कार है।
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